नफरत की आग में घी डालने वाले शब्द
नवी मुंबई के उलवे में गणपति पांडल के दौरान बीजेपी विधायक नितेश राणे द्वारा मुस्लिम समुदाय के खिलाफ की गई कथित नफरत भरी बयानबाजी ने एक बार फिर समाज में तनाव और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। 11 सितंबर को हुए इस विवादास्पद भाषण को लेकर रविवार को नवी मुंबई पुलिस ने नितेश राणे के खिलाफ मामला दर्ज किया। इस घटना की जानकारी स्वत: संज्ञान में लेकर एनआरआई कोस्टल पुलिस ने कार्रवाई की है। 🚨
विवादित भाषण की बातें
राणे ने इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाषण देते हुए लोगों को मुस्लिम व्यवसायों से दूर रहने की सलाह दी और ‘सर्व धर्म समभाव’ के सिद्धांत की आलोचना की। उनका भाषण हिन्दू बहुलता की बात करते हुए इतना उग्र था कि उसमें मुसलमानों के खिलाफ हिंसा की बात भी की गई। उन्होंने कहा कि हिंदुओं की एकता से मुस्लिम समुदाय डरता है और यह स्थिति बनाए रखनी चाहिए। इस बयान ने समाज के एक बड़े हिस्से को गहरा आघात पहुँचाया है। 😡🗣️
कानूनी कार्रवाई और परिणाम
पुलिस उपाधीक्षक पंकज दहाने ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के अनुसार, इस मामले में कार्रवाई की गई है। नितेश राणे और गणपति पांडल के आयोजक संकल्प घारत के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है, क्योंकि उन्होंने आयोजन के लिए आवश्यक अनुमतियां प्राप्त नहीं की थीं। मामले में पुलिस कांस्टेबल द्वारा दर्ज की गई शिकायत में, राणे की टिप्पणी को धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने और भय का माहौल बनाने के रूप में देखा गया है। ⚖️📜
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में राणे को भक्तों को यह शपथ लेते हुए देखा जा सकता है कि वे मुस्लिम समुदाय के साथ कोई व्यापार नहीं करेंगे। इस वीडियो ने न केवल धार्मिक तनाव को बढ़ावा दिया है बल्कि सामाजिक शांति को भी चुनौती दी है। 📹😔
💬 इस संवेदनशील मामले पर ध्यान देने और सभी समुदायों के बीच सौहार्द बनाए रखने की जरूरत है। नफरत और हिंसा की जगह प्रेम और समझदारी को बढ़ावा देना ही हमारी जिम्मेदारी है।